Wednesday, July 21, 2021
Tuesday, July 13, 2021
मोहब्बत में लाजमी है शक करना
Saturday, July 10, 2021
फितरत-ए-गिरगिट इंसानों की देख, गिरगिट भी
वजह में दूरियां ही सही, हम दिल से बोहोत क़रीब हैं,
काश कोई गंगा गुज़रती इस दिल से
फूल तुम्हारी फितरत तो बस खिलना थी
बेजुबा महफिल में शोर होने लगा ..!
ना जाने कौन पढ गया खामोशी मेरी..!!
@ShayariByArsalan
ये तेरे होंठ हैं या, कि कलियॉ गुलाब की
हाथों से जाम छूट गऐ, इन्हें देखने के साथ!!
@ShayariByArsalan
किसी को दाग समेत अपना सको
तो ही उसे अपना चांद बुलाना
@ShayariByArsalan
तेरा ये रूठ जाना क्यों..
फिर मुझे तडपना क्यों..
तुम तो चले गए थे
मुझे छोड़कर
फिर तुम्हारा लौट आना क्यों.
@ShayariByArsalan
“हम तो फिर भी शायर हुऐ...इश्क़ हार के,
हमने तो सुना है लोग पागल भी हो जाते हैं।”
@ShayariByArsalan
खुद को किसी की अमानत समझकर,,,
हर लम्हा वफ़ादार रहना ही "प्रेम' है
@ShayariByArsalan
मुझको पढ़ने वाले कहीं मेरी राह ना चुन लें
मुझको पढ़ने वाले कहीं मेरी राह ना चुन लें
आखरी पन्ने पे लिख देना, मैं इश्क़ हार गया था..!!
Shayari By Arsalan
महसूस करो तो मोहब्बत एक जिंदगी है,
वरना लोग इश्क को आवारगी भी कहते है.....
@ShayariByArsalan
एक बात मेरे दिल से नही जाती है
आपको मेरी याद क्यों नही आती है....!!
@ShayariByArsalan
आज बता रहा हूँ नुस्खा-ए-मौहब्बत की ज़रा गौर से सुनो,
न चाहत को हद से बढ़ाओ, न इश्क़ को सर पे चढ़ाओ
Shayari By Arsalan
तुम नफरतों के धरने, कयामत तक जारी रखो,
मैं मोहब्बत से इस्तीफा, मरते दम तक नहीं दूंगा.
@ShayariByArsalan
पहली मोहब्बत पुराने मुकदमों की
तरह होती है...
ना खत्म होती है और ना इंसान
बाइज्जत बरी होता...!!
@ShayariByArsalan
अब हमें इतना भी मत पढ़िए हुजूरके हमारे लफ्ज...
आपके दिल पर हुकूमत करने लगें...
@ShayariByArsalan
बड़ी बेअदब है जुल्फे आपकी
हर वो हिस्सा चूमती है जो मेरे मन की ख्वाहिश है..
@ShayariByArsalan
आपके सिवा कोई नहीं है
इस दिल मे
अब मैं भी आपकी और
ये जिंदगी भी आपकी....!!
@ShayariByArsalan
मिसाल-ए-खाक कहीं पर बिखर के देखते हैं !!क़रार मर के मिलेगा, तो चलो मर के देखते हैं !!
@ShayariByArsalan
तोहफे में दिया है उसने आंसू..उदासी.. अकेलापन ..
उसकी हर दी हुई चीज संभाल कर रखी है हमने, तो ये भी रखा जाएगा.....
@ShayariByArsalan
Monday, October 5, 2020
सुकून देता है
मैं उसकी जिंदगी में सिर्फ रास्ते का एक पेड़ था
Monday, September 28, 2020
बहुत नाराजगी है तुझसे
Sunday, September 20, 2020
हमने आंसु को बहोत संजोया के तन्हाई मे आया करो
Friday, September 18, 2020
Zindagi ye chahti hai ki khudkushi kar lun
Wednesday, September 16, 2020
सिखा दिया वक्त ने मुझे अपनों पे भी शक करना,
Sunday, September 13, 2020
हमारी तडप तो कुछ भी नहीं है
Tuesday, September 8, 2020
मैने भी दिल के दरवाज़े पर
Sunday, April 26, 2020
लकीरों पे भरोसा करना
छोड़ दिया हमने तो यारों किस्मत की लकीरों पे भरोसा करना,
जब लोग बदल सकते हैं तो किस्मत क्या चीज़ है…!!
Chhod diya humne to yaaron kismat ki lakeeron pe bharosa karna,
Jab log badal sakte hain to kismat kyaa cheez hai…!!
कुछ इस क़दर ठहर सी गयी है ये ज़िन्दगी,
कि अब तो सुबह का दर्द भी शाम को पुराना सा लगता है !!
Kuchh is kadar thehar si gayi hai ye zindagi,
Ki ab to subah ka dard bhi shaam ko puraana sa lagta hai
पहचान सका ना कोई मेरे दिल को,
ये दिल यूं ही नादां रह गया,
मुझे अफ़सोस नहीं इस बात का,
दुःख तो ये है कि मेरा दोस्त भी,
मुझसे अनजान रह गया … !!
Pehchaan sakaa naa koi mere dil ko,
Ye dil to yoon hi nadaan reh gayaa,
Mujhe afsos nahi is baat kaa,
Dukh to ye hai ki mera dost bhi,
Mujhse anjaan reh gaya… !!
रास्ते खुद ही तबाही के निकाले थे हमनें,
कर दिया दिल अपना पत्थर के हवाले हमनें,
मालूम है क्या चीज़ है ये प्यार यारों,
अपने ही घर को जला कर देखें हैं उजाले हमनें !!
Raaste khud hi tabaahi ke nikaale the humnein,
Kar diya dil apna patthar ke hawaale humnein,
Maaloom hai kyaa cheez hai ye pyar yaaron,
Apne hi ghar ko jalaa kar dekhein hain uzaale humnein !!
अब भी ताज़ा हैं ज़ख्म मेरे सीने में,
बिन तेरे क्या रखा है जीने में,
हम तो ज़िंदा हैं सिर्फ तेरा साथ पाने के लिए,
वरना वक़्त नहीं लगता ज़हर पीने में !!
Ab bhi taaja hain zakhm mere seene mein,
Bin tere kya rakhaa hai jeene mein,
Hum to zindaa hain sirf tera saath paane ke liye,
Warna waqt nahi lagta zeher peene mein !!
सदियों से जागती इन आँखों को एक बार तो सुलाने आ जाओ,
माना की तुमको मुझसे मोहब्बत नहीं, नफरत ही जताने आ जाओ,
जिस मोड़ पर छोड़ गए तुम, मैं वही बैठा अब तक सोच रहा हूँ,
क्या भूल हुई जो बिछड़ गए, बस यही समझाने आ जाओ !!
Sadiyon se jaagti in aankhon ko ek baar to sulaane aa jaao,
Maana ki tumko mujhse mohabbat nahi, nafrat hi jataane aa jao,
Jis mod par chhod gaye tum, main wahi baitha ab tak soch raha hoon,
Kya bhool huyi jo bichhad gaye, bus yahi samjhaane aa jao !!
पत्थर से मोहब्बत कर ली
एक शीशे ने एक पत्थर से मोहब्बत कर ली,
टकराकर उसने पत्थर से अपनी दुनिया चूर-चूर कर ली,
शीशे की दीवानगी तो देखो दुनियावालो,
उसने अपने हजारों टुकड़ों में भी पत्थर की तस्वीर भर ली !!
Ek sheeshe ne ek patthar se mohabbat kar li,
Takraakar usne patthar se apni duniya choor-choor kar li,
Sheeshe ki deewanagi to dekho duniyawalo,
Usne apne hajaaron tukdon mein bhi patthar ki tasveer bhar li !!
ये फैंसला था भगवान का,
या थी कोई साज़िश ज़माने की,
मैं दूर उनसे हो गया उतना ही,
जितनी हसरत थी दिल में मेरे उनके करीब आने की !!!
Ye fainsla tha bhagwaan ka,
Ya thi koi saazish jamaane ki,
Main door unse ho gya utna hi,
Jitni hasrat thi dil mein mere unke kareeb aane ki !!!
मेरे इस दर्द-ए-दिल को किसने देखा है,
मुझे बस मेरे रब ने तड़पते हुए देखा है,
मैं अक्सर तन्हाई में बैठा रोता हूँ,
और लोगों ने मुझे महफ़िलों में हँसते हुए देखा है !!
Mere is dard-e-dil ko kisne dekha hai,
Mujhe bus mere rab ne tadapte huye dekha hai,
Main aksar tanhaayi mein baitha rota hoon,
Aur logo ne mujhe mehfilon mein hanste huye dekha hai !!
वो रात बेहद दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुख़्सत उसकी बरात होगी,
टूट जाती है मेरी नींद हमेशा ये सोचकर,
कि किसी और की बाहों में मेरी पूरी कायनात होगी !!
Wo raat behad dard or sitam ki raat hogi,
Jis raat ruksat uski baraat hogi,
Toot jaati hai meri neend hamesha ye sochkar,
Ki kisi aur ki baahon mein meri poori kaaynaat hogi !!
आजा तेरे पैरों पे मरहम लगा दूँ,
कुछ चोट तो तुझे भी लग गयी होगी
मुझे ठोकर मारने के बाद !!
Aaja tere pairon pe marham lagaa doon,
Kuchh chot to tujhe bhi lag gayi hogi
Mujhe thokar maarne ke baad !!
मुझे यूं रुलाकर सोना तो तेरी आदत सी हो गयी है,
जिस दिन नहीं खुली अगर मेरी आँखें, तुझे नींद से दुश्मनी हो जाएगी !!
Mujhe yoon rulaakar sona to teri aadat si ho gayi hai,
Jis din nahi khuli agar meri aankhein, tujhe neend se dushmani ho jayegi !!
सारी रात ना सोये हम,
रातों को बार-बार उठ कर बहुत रोए हम,
बस एक बार मेरा गुनाह तो बता दे ए मेरे ख़ुदा,
क्यों इतना प्यार करके भी उसके ना हुए हम.. !!
Saari raat naa soye hum,
Raaton ko baar-baar uth kar bahoot roye hum,
Bus ek baar mera gunaah bata de E mere khuda,
Kyon itna pyaar karke bhi uske naa huye hum.. !!
ये ना रोने की ना रुलाने की सज़ा है,
ये दर्द तो बस प्यार निभाने की सज़ा है,
हँसते हुए भी आँखों से निकल आते है कमबख्त आंसू,
ये तो उस बेवफा से दिल लगाने की सज़ा है !!
Ye naa rone ki naa rulaane ki sazaa hai,
Ye dard to bus pyaar nibhaane ki sazaa hai,
Hanste huye bhi aankhon se nikal aate hai kambakht aansoo,
Ye to us bewafa se dil lagaane ki sazaa hai !!
टूटे हुए प्याले में ज़ाम नहीं आता,
मोहब्बत में किसी को भी आराम नहीं आता,
ए बेवफा मेरा दिल तोड़ने से पहले ये तो सोच लेती,
कि टूटा हुआ दिल किसी के भी काम नहीं आता !!
Toote huye pyaale mein jaam nahi aata,
Mohabbat mein kisi ko aaram nahi aata,
E bewafa mera dil todne se pehle ye to soch leti,
Ki toota hua dil kisi ke bhi kaam nahi aata !!
कुछ इस क़दर तोडा है ताल्लुक उसने,
एक मुद्दत से ढूंढ रहा हूँ गलती अपनी !!
Kuchh is kadar toda hai talluk usne,
Ek muddat se dhoondh raha hoon galti apni !!
ना वो कभी आ सके
ना वो कभी आ सके और ना कभी हम जा सके,
ना दर्द अपने दिल का हम किसी को सुना सके,
बैठे हैं उनकी यादों में अब हम,
ना उन्होंने कभी याद किया और ना हम कभी उनको भुला सके !!
Naa wo kabhi aa sake aur naa kabhi hum jaa sakey,
Naa dard apne dil ka hum kisi ko bhi sunaa sake,
Baithe hain unki yaadon mein ab hum,
Naa unhone kabhi mujhe yaad kiya aur naa hum kabhi unko bhulaa sakey !!
दिल से अगर तुम मेरे पूछो तो आज भी तुम मेरे ही हो,
ये अलग बात है कि किस्मत हमारी दगा कर गयी !!
Dil se agar tum mere puchho to aaj bhi tum mere hi ho,
Ye alag baat hai ki kismat hamaari dagaa kar gayi !!
तुम मिलकर भी ना मिले,
तुम्हे पाकर भी ना पाया,
मैं तो रह गयी अधूरी हूँ तुम्हारे बिना,
तुम्हारा साया जब मुझे नजर नहीं आया !
Tum milkar bhi naa miley,
Tumhe paakar bhi naa paaya,
Main to reh gayi adhoori hoon tumhaare bina,
Tumhaara saaya jab mujhe najar nahi aaya !
तुम मिलकर भी ना मिले,
तुम्हे पाकर भी ना पाया,
मैं तो यूं ही अधूरी रह गयी,
जब तुम्हारा साया मुझको नज़र नहीं आया !!
Tum milkar bhi naa miley,
Tumhe paakar bhi naa paaya,
Main to yoon hi adhoori reh gayi,
Jab tumhaara saaya mujhko nazar nahi aaya!!
मेरे लिए उसके दिल में कोई चाहत ना थी,
किसी भी ख़ुशी के मौके पर कोई दावत ना थी,
मैंने दिल अपना उसके क़दमों पर रख दिया,
लेकिन उसे ज़मीं देखने की आदत ना थी !!
Mere liye uske dil mein koi chaahat naa thi,
Kisi bhi khushi ke mauke par koi daawat naa thi,
Maine dil apna uske kadmon par rakh diya,
Lekin usey zameen dekhne ki aadat naa thi !!
अच्छी सी कोई सज़ा दो हमें,
चाहो तो तुम रुला दो हमें,
तुम्हे अगर भूल जाऊँ तो मौत ही आ जाए हमें,
दिल की गहराई से अपने ये दुआ दो हमें !!
Achchhi si koi sazaa do humein,
Chaaho to tum rula do humein,
Tumhe agar bhool jaaun to maut hi aa jaaye humien,
Dil ki gehraayi se apne ye dua do humein !!
काश वो समझ पाते मेरे इस दिल की तड़प को,
तो मुझे यूं रुस्वा ना किया जाता,
ये बेरूखी भी उनकी मंजूर थी मुझे,
एक बार तो बस मुझे जो समझ उन्होंने लिया होता !!
Kaash wo samajh paate mere is dil ki tadap ko,
To mujhe yoon ruswaa naa kiya jaata,
Ye berookhi bhi unki manjoor thi mujhe,
Ek baar to bus mujhe jo samajh unhone liya hota !!
जब लबों पर उसके नाम मेरा आया होगा,
जाने खुदको उसने रुस्वाई से कैसे बचाया होगा,
सुनकर हाल दूसरों से मेरी बर्बादी का ,
क्या उसे अपना ज़ुल्म याद ना आया होगा ??
Jab labon par uske naam mera aaya hoga,
Jaane khudko usne ruswaai se kaise bachaaya hoga,
Sunkar haal dusron se meri barbaadi ka,
Kyaa usey apna julm yaad naa aaya hoga??
छोड़ना तो चाहती हूँ
लेकिन उसे छोड़ नहीं पाती हूँ,
वो इंसान मेरी
बिगड़ी हुई आदत की तरह है … !!
Chhodna to chaahti hoon
Lekin usey chhod nahi paati hoon,
Wo insaan meri
Bigdi huyi aadat ki tarah hai… !!
दर्द जो मेरे दिल में उठा है, उसपर दवा लगाने वाला कोई नहीं,
आग लगी है जो दिल में मेरे, उसे बुझाने वाला कोई नहीं,
किस से उम्मीद रखूँ मैं इस भरी दुनिया में,
हर किसी ने रुलाया मुझे इतना, कि हँसाने वाला कोई नहीं !!
Dard jo mere dil mein utha hai, uspar dawaa lagaane wala koi nahi,
Aag lagi hai jo dil mein mere, usey bujhaane wala koi nahi,
Kis se umeed rakhoon main is bhari duniya mein,
Har kisi ne rulaaya mujhe itna, ki hasaane wala koi nahi !!
भुला कर तो देखो
रह ना सकोगे भुला कर तो देखो,
अगर ना हो यकीन तो आजमा कर तो देखो,
हर पल सताएगी मेरी कमी तुम्हे,
चाहे अपनी महफ़िल को जितना मर्जी सजा कर देखो
Reh naa sakoge bhoola kar to dekho,
Agar naa ho yakeen to aajmaa kar to dekho,
Har pal satayegi meri kami tumhe,
Chaahe apni mehfil ko jitna marji sajaa kar dekho…
जब टूटता हैं तो बहुत दर्द देता है,
क्या ख़्वाब,
क्या कांच,
और क्या प्यार….
Jab tootta hain to bahut dard deta hai,
Kya khwaab,
Kya kaanch
Aur kya pyaar…
बहुत ही मुश्किल है,
ये हुनर इस जहां में आजमाना,
तुझसे ही दूरी रखना,
और तुझसे ही मोहब्बत करना…
Bahut hi mushkil hai,
Ye hunar is jahaan mein aajmaana,
Tujhse hi doori rakhna,
Aur tujhse hi mohabbat karna
यूं ही ना करो,
कोई इश्क़ की बात,
नज़र भर में हो जाता है,
और उम्रभर तड़पाता है
Yoon hi naa karo,
Koi ishq ki baat,
Nazar bhar mein ho jaata hai
Aur umar bhar tadpaata hai…
तुझसे दूर हूँ,
फिर भी दिल के पास हूँ,
दिखता तो मैं ख़ुश हूँ,
लेकिन मन से बहुत उदास हूँ
Tujhse door hoon,
Phir bhi dil ke paas hoon,
Dikhta to main khush hoon,
Lekin mann se bahut udaas hoon
मत पूछो कि मेरे
एहसासों की शिद्दत क्या थी??
धूप इतनी तेज़ थी,
कि मैंने साए को भी जलते देखा है
Mat puchho ki mere
Ehsaaso ki shiddat kya thi??
Dhoop itni tej thi,
Ki maine saaye ko bhi jalte dekha hai….
शिकायतें तो बहुत है तुमसे पर,
मैं लबों से बयां नहीं करता
Shikayatein to bahut hai tumse par,
Main labon se bayaan nahi karta…
तुमने अभी वो वक़्त ही कहाँ देखा,
जो कटता ही नहीं,
तनहा भरी रात किसे कहते हैं,
ये तुम नहीं समझोगे
Tumne abhi wo waqt hi kahan dekha,
Jo katata hi nahi,
Tanhaa bhari raat kise kehte hain
Ye tum nahi samjhoge
फूलों ने सपनो की,
सच्चाई दिखाई है,
वफ़ा बेशक न मिली हो मुझे,
पर मोहब्बत मैंने दिल से निभायी है …
Phoolon ne sapno ki,
Sachchayi dikhayi hai,
Wafa beshq na mili ho mujhe,
Par mohabbat maine dil se nibhayi hai…
दूरी बस दो ही क़दमों की है,
पहले कदम कौन बढ़ाये
बस ये ही तय करना है
Doori bus do hi kadmon ki hai,
Pehle kadam kaun badhaaye,
Bus ye hi taiy karna hai…
जब भी आती है तेरी याद
जब भी आती है तेरी याद तो मुस्कुरा लेती हूँ,
कुछ पल के लिए ही सही सारे दुःख भुला लेती हूँ,
कैसे भीगेंगी तेरी ये आँखें,
जब तेरे हिस्से के आँसू मैं बहा लेती हूँ
Jab bhi aati hai teri yaad to muskura leti hoon,
Kuchh pal ke liye hi sahi saare dukh bhula leti hoon,
Kaise bheegengi teri ye aankhein,
Jab tere hisse ke aansoo main bahaa leti hoon...
तुम्हारी बेवफ़ाई ने,
कुछ ऐसा सिला दिया हमें,
ज़हर कम्बख़्त जुदाई का,
पिला दिया हमें।
Tumhari bewafai ne,
Kuchh aisa silaa diya humein,
Zahar kambakht judaayi ka,
Pilaa diya humein…
ज़रा गौर से पढ़ा कीजिये,
हमारे अल्फ़ाजों को,
क्योंकि किसी के लिए हमने,
सच में ज़िन्दगी तबाह की है अपनी।
Jara gaur se padha kijiye
Hamare alfaajon ko,
Kyonki kisi ke liye humne,
Sach mein zindagi tabaah ki hai apni..
बड़े ही दुःख देते हैं वो ज़ख्म, जो हमें बिना हमारी गलती के मिले हों…
Bade hi dukh dete hain wo zakhm, Jo humein bina hamari galti ke mile hon
बड़े ही मासूम होते हैं आँख के आँसू,
सिर्फ उनके लिए ही बहते हैं,
जिन्हे इनकी क़दर नहीं होती।
Bade hi maasoom hote hain aankh ke aansoo,
Sirf unke liye hi behte hain,
Jinhe inki kadar nahi hoti…
तबाह कर दी मेरी ज़िन्दगी उसने,
मोहब्बत के नाम पर,
बेवफ़ाई ही मिली नसीब में,
हमें वफ़ा के नाम पर,
जख्म ऐसे गहरे दिए उसने,
दवा के नाम पर,
कि ख़ुदा भी रो पड़ा,
मेरे इश्क़ के अंजाम पर
Tabaah kar di meri zindagi usne,
Mohabbat ke naam par,
Bewafai hi mili naseeb mein,
Humein wafa ke naam par,
Jakham aise gahre diye usne,
Dawa ke naam par,
Ki khuda bhi ro pada,
Mere iskq ke anjaam par….
की थी मोहब्बत जब हमने,
तो उसका अंजाम किसे मालूम था,
मिलेगा दर्द वफ़ा के बदले,
यह ईनाम किसे मालूम था
Ki thi mohabbat humne,
To uska anjaam kise maaloom tha,
Milega dard wafa ke badle
Yeh inaam kise maaloom tha
यूं बदलने का अंदाज,
ज़रा हमें भी सीखा दो,
जैसे हो गए हो तुम बेवफ़ा ,
वैसे हमें भी बना दो
Yoon badalne ka andaaj,
Jara hume bhi sikha do,
Jaise ho gaye tum bewafa,
Waise humein bhi bana do
इश्क़ हम दोनों ने ही किया था,
बस फ़र्क़ इतना है कि,
हमने बहुत किया था,
और उन्होंने बहुतों से किया था…
Ishq hum dono ne hi kiya tha,
Bus farq itna hai ki
Humne bahut kiya tha,
Aur unhone bahuto se kiya tha
ना दिन ढंग से गुजरता है,
ना रात को नींद आती है,
क्या करूँ मैं ऐ दोस्त मेरे,
तेरी याद बहुत सताती है ….
Naa din dhang se gujarata hai,
Naa raat ko neend aati hai,
Kya karoon main e-dost mere,
Teri yaad bahut sataati hai ….
राह-ए-मोहब्बत में,
हर एक बात अज़ीब होती है,
किसी को मोहब्बत,
तो किसी को बेरुखी नसीब होती है
Raah-e-mohabbat mein,
Har ek baat ajeeb hoti hai,
Kisi ko mohabbat,
To kisi ko berukhi naseeb hoti hai
बहुत मुश्किल से दिल लगाया जाता है,
बहुत मुश्किल से वादा निभाया जाता है,
ले आता है इश्क़ हमें उस मोड़ पर,
जहाँ पर दीया नहीं दिल जलाया जाता है…
Bahut mushkil se dil lagaaya jaata hai,
Bahut mushkil se vaada nibhaaya jaata hai,
Le aata hai ishq humein us mod par,
Jahan par diya nahi dil jalaaya jaata hai
तुम्हारे रोज-रोज के वादों पर,
यूँही मर जाऊँगा मैं,
अगर तुम ऐसे ही गुजरे,
तो गुजर जाऊँगा मैं…
Tumhaare waadon par,
Yoonhi mar jaaunga main,
Agar tum aise hi gujre,
To gujar jaaunga main…