Sunday, April 26, 2020

जो भी एक बार बिछड़ा

जो भी एक बार बिछड़ा
बहुत भीड़ है इश्क़ के इस शहर में,जो भी एक बार बिछड़ा, वो वापिस नहीं आया !!Bahut bheed hai ishq ke is shehar mein,Jo bhi ek baar bichhda, wo waapis nahi aaya !!इस ज़िन्दगी से सभी को मोहब्बत है,पर ज़िन्दगी कभी भी किसी की मोहब्बत नहीं बनती,आरज़ू लेकर जीते हैं यहाँ पर...

थमती नहीं ज़िन्दगी कभी

थमती नहीं ज़िन्दगी कभी
थमती नहीं ज़िन्दगी कभी,किसी के बिना,लेकिन ये गुज़रती भी नहीं,अपनों के बिना..Thamti nahi zindagi kabhi,Kisi ke bina,Lekin ye gujarati bhi nahi,Apno ke binaa… ये शब्द मेरी पहचान बने तो ही अच्छा है,चेहरे का क्या है, ये तो मेरे साथ ही चला जायेगाYe shabd meri pehchaan...