Wednesday, April 15, 2020

शौक़ीन चाय के

शौक़ीन चाय के
हलके में मत लेना तुम सावले रंग को.दूध से कहीं ज्यादा देखे है मैंने शौक़ीन चाय के.  मिलो कभी चाय पर फिर क़िस्से बुनेंगे..तुम ख़ामोशी से कहना हम चुपके से सुनेंगे.एक तेरा ख़्याल ही तो है मेरे पास.वरना कौन अकेले में बैठे कर चाय पीता है.चाय, शायरी, और...