Wednesday, September 15, 2021

उसने कहा कौन_हो_तुम

उसने कहा कौन_हो_तुम?
मैंने कहा हसरत_तेरी

उसने कहा पागल_हो_क्या?
मैंने कहा ऐसा_ही_सही

उसने  कहा  करते_हो_क्या?
मैंने   कहा  इबादत_तेरी

उसने कहा काफिर_हो_क्या?
मैंने कहा सोच__तेरी

उसने कहा चाहते_हो_क्या?
मैंने कहा मोहब्बत_तेरी

उसने कहा __पछताओगे
मैंने कहा किस्मत_मेरी.....


हक हूं गर मै तेरा तो हक जताया कर

हक हूं गर मै तेरा तो हक जताया कर               
                   यू खफा हो कर ना सताया कर
@ShayariByArsalan



कुछ रिश्ते मुहब्बत से इतने ऊपर होते हैं कि हम भूल जाते हैं उन्हें कोई नाम देना 
@ShayariByArsalan









बहते वक्त की तेज़ मझदार में, 

जाने कितने मुहब्बत वाले डूब गये...!! 
@ShayariByArsalan













Saturday, July 10, 2021

वजह में दूरियां ही सही, हम दिल से बोहोत क़रीब हैं,

वजह में दूरियां ही सही, हम दिल से बोहोत क़रीब हैं,
वरना जहां में नज़दीक होने पर भी रिश्ते बोहोत गरीब
हैं...
@ShayariByArsalan








अब वो सिलबट्टे की तरह
नहीं पीसी जातीं,
नये जमाने की है,
ग्राइंडर की तरह
ग्राइंड की जाती है।
@ShayariByArsalan











होने लगा है हिसाब, नफे और नुकसान का ....
मासूम सी मोहब्ब़त, व्यापार हो गई ...!!
@ShayariByArsalan








Koi Tumse Puche Kon Hoon Main
Tum Keh Dena Koi Khaas Nahi
Ek Dost Hai Kacha Paka Sa
Ek Jhoot Hai Aadha Sacha Sa
Ek Khuwab Adhoora Poora Sa
Ek Phool Hai Rookha Sookha Sa
Ek Sapna Hai Bin Socha Sa
Ek Apna Hai An Dekha Sa
Ek Rishta Hai An Jana Sa
Haqiqat Men Afsana Sa
Kuch Pagal Sa Deewana Sa
Bas Ek Bahana Achha Sa
Jeevan Ka Aisa Sathi Hai
Jo Door Ho K Bhi Paas Nhi
Koi Tumse Puche Kon Hoon Main?
Tum Keh Dena Koi Khaas Nahi
@ShayariByArsalan













दुनिया के सामने अकंड़ के चलने वाला वो लड़का 
झुक के मेरी पायले सम्भालता हैं 
हाँ यही तो इश्क़ है।। 
@ShayariByArsalan










झांकती हैं मेरी बेसब्र निगाहें अक्सर दरीचे से...

क़भी तो यूं हो कि तू कूचे से मेरे होकर गुज़रे...!!
@ShayariByArsalan






कभी तो आओ किसी रोज तुम यूं ही हम से मिलने
पाबंदियां शहर में हैं तुम्हारे ख्यालो में थोड़ी
@ShayariByArsalan










कुछ अल्फ़ाज़ के सिलसिले से बनती है शायरी,

मगर... कुछ चेहरे पूरी ग़ज़ल होते हैं ..!!
@ShayariByArsalan










कहते है हर "चीज़" की एक "इन्तेहा" होती है..

.

फिर ये "मोहब्बत" क्यूँ किसी से "बेइन्तेहा" होती है...!!
@ShayariByArsalan










हाँ वहीं किनारे..
अक्सर एक कविता तिल बनकर ठहर जाती है..अक्सर वहीं मेरे शब्द तुम्हें टकटकी बाँध देखते हैं..अक्सर वहीं मुस्कुराहटों की नाव चलती है..अक्सर वहीं मैं जीवन रोक लेता हूं..

तुम्हारे होठों पर प्रेम की गुलाबी नदी बहती है..
तुम्हारे_लिए पारिजात सी लड़की
@ShayariByArsalan


सब प्यार में गिरते हैं

सब प्यार में गिरते हैं

मैं स्टूल से गिर गई___!! 
@ShayariByArsalan








आजकल इश्क़ वो Game बन गया है,,

जो लोगों की Feelings के साथ..
 Online खेला जाता हैं ..
@ShayariByArsalan







जिंदगी सब्र के अलावा कुछ भी नहीं

मैंने हर शख्स को यहाँ
खुशियों का इंतजार करते देखा है___!!
@ShayariByArsalan







दिल रोज सजते है 
नादान दुल्हन की तरह

ग़म रोज चले आते हैं बाराती बनकर___!!
@ShayariByArsalan








वो मेरे झूठ का भी ऐतबार करती है

ये बात मुझको बहुत शर्मसार करती है___!!
@ShayariByArsalan







इस कड़वी सी जिंदगी में

मीठा सा है तेरा नाम___!!
@ShayariByArsalan








मजबूरियों के नाम पे सब छोड़ना पड़ा

दिल तोड़ना कठिन था 
          मगर तोड़ना पड़ा___!!
@ShayariByArsalan








मैंने कहा दर्द... उसने कहा… हुआ करे...
मैंने कहा मर जाऊं... उसने कहा… खुदा करे…!!

@ShayariByArsalan








तुम जो मेरी बात को काटते हो बहोत,
सुनो अपने होठो को संभाल कर रखना

@ShayariByArsalan






एक तुम्हारे बाद जिसका जी चाहे मुझे रख ले...

जनाजा अपनी मर्जी से कांधा कब बदलता है ?
Shayari By Arsalan