Saturday, July 10, 2021

वजह में दूरियां ही सही, हम दिल से बोहोत क़रीब हैं,

वजह में दूरियां ही सही, हम दिल से बोहोत क़रीब हैं,
वरना जहां में नज़दीक होने पर भी रिश्ते बोहोत गरीब
हैं...
@ShayariByArsalan








अब वो सिलबट्टे की तरह
नहीं पीसी जातीं,
नये जमाने की है,
ग्राइंडर की तरह
ग्राइंड की जाती है।
@ShayariByArsalan











होने लगा है हिसाब, नफे और नुकसान का ....
मासूम सी मोहब्ब़त, व्यापार हो गई ...!!
@ShayariByArsalan








Koi Tumse Puche Kon Hoon Main
Tum Keh Dena Koi Khaas Nahi
Ek Dost Hai Kacha Paka Sa
Ek Jhoot Hai Aadha Sacha Sa
Ek Khuwab Adhoora Poora Sa
Ek Phool Hai Rookha Sookha Sa
Ek Sapna Hai Bin Socha Sa
Ek Apna Hai An Dekha Sa
Ek Rishta Hai An Jana Sa
Haqiqat Men Afsana Sa
Kuch Pagal Sa Deewana Sa
Bas Ek Bahana Achha Sa
Jeevan Ka Aisa Sathi Hai
Jo Door Ho K Bhi Paas Nhi
Koi Tumse Puche Kon Hoon Main?
Tum Keh Dena Koi Khaas Nahi
@ShayariByArsalan













दुनिया के सामने अकंड़ के चलने वाला वो लड़का 
झुक के मेरी पायले सम्भालता हैं 
हाँ यही तो इश्क़ है।। 
@ShayariByArsalan










झांकती हैं मेरी बेसब्र निगाहें अक्सर दरीचे से...

क़भी तो यूं हो कि तू कूचे से मेरे होकर गुज़रे...!!
@ShayariByArsalan






कभी तो आओ किसी रोज तुम यूं ही हम से मिलने
पाबंदियां शहर में हैं तुम्हारे ख्यालो में थोड़ी
@ShayariByArsalan










कुछ अल्फ़ाज़ के सिलसिले से बनती है शायरी,

मगर... कुछ चेहरे पूरी ग़ज़ल होते हैं ..!!
@ShayariByArsalan










कहते है हर "चीज़" की एक "इन्तेहा" होती है..

.

फिर ये "मोहब्बत" क्यूँ किसी से "बेइन्तेहा" होती है...!!
@ShayariByArsalan










हाँ वहीं किनारे..
अक्सर एक कविता तिल बनकर ठहर जाती है..अक्सर वहीं मेरे शब्द तुम्हें टकटकी बाँध देखते हैं..अक्सर वहीं मुस्कुराहटों की नाव चलती है..अक्सर वहीं मैं जीवन रोक लेता हूं..

तुम्हारे होठों पर प्रेम की गुलाबी नदी बहती है..
तुम्हारे_लिए पारिजात सी लड़की
@ShayariByArsalan