Monday, September 14, 2020

हम तुमसे एक अल्फाज के लिए,,,,

 हम तुमसे एक अल्फाज के लिए,,,,
तड़प रहे है हम तुमसे एक अल्फाज के लिए,,,,तोड़ दो खामोशी हमें जिन्दा रखने के लिए.....!!!@ShayariByArsalan जब मैं मांगू कोई मंहगा तोहफातुम ढेर सारा वक्त लेकर आना ..,@ShayariByArsalanजन्नत ए इश्क़ में हर बात अजीब होती है,किसी को आशिक़ी तो किसी को शायरी नसीब होती...

Monday, April 27, 2020

हम तो नरम पत्तों की शाख़ हुआ करते थे

हम तो नरम पत्तों की शाख़ हुआ करते थे
हम तो नरम पत्तों की शाख़ हुआ करते थे, छीले इतने गए कि “खंज़र ” हो गए… खता उनकी भी नहीं है वो क्या करते, हजारों चाहने वाले थे किस-किस से वफ़ा करते।कत्ल हुआ हमारा इस तरह किस्तों में, कभी खंजर बदल गए, कभी कातिल बदल गए।रहता तो नशा तेरी यादों का ही है, कोई पूछे तो...