Sunday, April 12, 2020

अपने ख़िलाफ़ फैसला ख़ुद ही लिखा

अपने ख़िलाफ़ फैसला ख़ुद ही लिखा
अपने ख़िलाफ़ फैसला ख़ुद ही लिखा है आपनेहाथ भी मल रहे हैं आप, आप बहुत अजीब हैं अब नहीं बात कोई ख़तरे कीअब सभी को सभी से ख़तरा हैकोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक सेये नए मिज़ाज का शहर है ज़रा फासले से मिला करोये जो मिलाते फिरते हो तुम हर किसी से हाथऐसा न...