Wednesday, September 9, 2020

जहर देखकर पिया तो क्या पिया

जहर देखकर पिया तो क्या पिया 

इश्क सोचकर किया 

तो क्या किया? 

दिल देके दिल लेने की आस रखता है

इश्क भी लालच के साथ किया 

तो क्या किया?





तेरे चक्कर में अपने दोस्तो को डाट देता था 

तेरा कॉल आता था मै मां का काल काट देता था







 दिल मे बस एक ही चाह रह गई  


मुझसा भी इश्क़ करता मुझसे भी कोई








 तुम्हें दिल में रखा था 


जरा सा दिल ही रख लेते।

#ShayariByArsalan









 तुम्हारा हर अनकहा सुना मैंने 

मेरा हर कहा

अनसुना करते गए तूम....

#ShayariByArsalan









 मेरी इंतज़ार भी मेरी इश्क की तरह हसीन होता 

बेशर्त जैसे इश्क के लिए तुम आयी थी 

वैसे ही इंतज़ार के लिए भी तुम आने वाली होती 

#ShayariByArsalan







मेरे अश्क़ो के आगे 

किसी का दिल झुकता ही नहीं 

कोशिश बहुत की पर गमो के आगे 

मेरा दिल छुपता ही नहीं

और दर्द मिलने पर मुस्कुराना 

तो आदत है मेरी...

और सबको लगता है के

हमारा दिल दुखता ही नहीं।।

#ShayariByArsalan







कदर ना थी उसे मेरे वक़्त की..

सुना था लोग 

एक बुंद की तलाश में फ़ना हो जाते है...

लेकिन उसने तो 

सुमंदर तक को मना कर दिया था.....

@ShayariByArsalan








जिन्दगी की हर सुबह 

कुछ शर्ते लेकर आती हैं,

और जिन्दगी की हर शाम

कुछ तजुर्बे देकर जाती हैं.


#ShayariByArsalan








कुछ सवालों के जवाब 

वक्त देता हैं,

और जो जवाब वक्त देता है

वो लाजवाब होता है ....


#ShayariByArsalan

Tuesday, September 8, 2020

रिया के ज़माने में राधा ढूँढने निकला था मैं

मतलबी दुनिया में बेमतलब सा था मैं 

रिया के ज़माने में राधा ढूँढने निकला था मैं

 #ShayariByArsalan







मैं प्यार का साज दे रहा हूं तुम्हें,

दिल का राज दे रहा हूं तुम्हें..

ये शायरी,गजल सब बहाने हैं 

मैं तो सिर्फ आवाज़ दे रहा हूं तुम्हे

@Disha
#ShayariByArsalan









 मांगते है रोशनी चिरागो से

कब तक इसे वफ़ा दोगे

हो गया गर उजाला राहों में

तो दिया भी बुझा दोगे 

#ShayariByArsalan







 ये तो तुम हो 

जिसके खातिर इन इश्क़ की बातो

मै उलझा सा हूं 

वरना में बंदा बड़ा सख्त 

और सुलझा सा हूं

#Shayaribyarsalan






 भरोसा प्यार दोनो किया था 

इसमें कोई खता तो नहीं 

वो मेरे कुछ अपने ही थे 

जो आग लगाकर देखने आए 

कहीं कुछ बचा तो नहीं।। 

#ShayariByArsalan





हूं अगर खामोश तो ये न समझ 

कि मुझे बोलना नहीं आता....

रुला तो मैं भी सकता था 

पर मुझे किसी का दिल तोड़ना नहीं आता।



#ShayariByArsalan






 एक लड़का 

जो तुमसे बात नहीं करता

वो लड़का सबसे तुम्हारी बात करता है 

#ShayariByArsalan





 बहारें जब खिलती हैं तो 

फूल खिल जातें हैं,

इश्क जवां होता है तो 

दो दिल मिल जाते हैं,

इश्क की राहें भी बहुत अजीब होती हैं,

लफ्ज आँखों से बयां होते हैं

और होठ सिल जाते हैं।


@ShayariByArsalan








की जैसे पहले दुखाया था 

वैसे मेरा दिल अब मत दुखाना 

और वो टाइमपास वाला नुस्खा 
@Disha

अब मेरे ऊपर मत आजमाना 

के बंद कर चुका हूं 

तेरी यादों की सारी किताबे 

तू भी मुझे भूल चुका है

तो वापस मत आना 

तो वापस मत आना

#ShayariByArsalan





 बड़े करीब से देखा है

इस ज़माने को 

दिल ही नहीं करता

दिल लगाने को 

@ShayariByArsalan

मोहब्बत शायरी और दिल मै

क्या श्रृंगार मै लिखूं 

क्या मोहब्बत मै गाऊ 

चातक हूं मै स्वाभिमानी 

बिन बारिश के मर जाऊ 

जो मिला ना मुझको 

इतनी मुद्दतो से 

अब तुम ही बताओ मै 

उसके बारे मै क्या बताऊं 

#ShayariByArsalan



मै दुनिया भर मै अलग अंदाज़ रखता हूं 

मोहब्बत शायरी और दिल मै 

तुम्हारा नाम रखता हूं 

#Disha

@ShayariByArsalan




 मै जो लिखता हूं 

उसकी वजह नहीं मतलब 

ढूंढती हो ?

यानी आज भी तुम दिल मै दिमाग लिए

घूमती हो ?

#Disha 
@ShayariByArsalan





 दिल धोके में था यार 

और धोखेबाज दिल मै 

@ShayariByArsalan




बचपन कितना खूबसूरत था 

तब खिलौने ज़िंदगी थे 

अब ज़िंदगी खिलौना है 

@ShayariByArsalan





 कल किसी और के साथ था  

आज किसी और के साथ है 

रोज़ बदलने वाला .... 

कैसा ये तेरा प्यार है ?

तू तो जी भी नहीं सकता था ना 

फिर आज तू क्यों किसी और के साथ है

और हां प्यार नहीं करती वो तुझसे 

तो फिर क्यों उसे तेरा इंतज़ार है ?

चल छोड़ , खुश रह तू 

शायद दिल और दिमाग दोनों खराब है

@ShayariByArsalan




मज़े की बात है दुनिया 

मुझे मुर्दा समझती है 

मुझे अपने अलावा 

कोई भी ज़िन्दा नहीं लगता 

@ShayariByArsalan






मेरी पूरी दिन आज भी अच्छी ही जाती है 

क्योंकि मेरी सुबह जो तेरे नाम से ही होती है 

#Disha
#ShayariByArsalan



 एक वक़्त

देर रात तक उस से बात होती थी

एक वक़्त है 

देर रात तक उसकी बात होती है

@ShayariByArsalan






 आज शाम की बात है 

फिर वही जज्बात है 

तुम कहते थे 

बोरिंग लिखता है तू 

और आज जब तुम्हारे ही बारे 

मै लिखता हूं तो लोगो को 

दिलचस्प लगती है मेरी शायरियां 

थोड़ा अजीब इत्तेफ़ाक़ है 

आज शाम की बात है 

फिर वही जज्बात है 

@ShayariByArsalan

मैने भी दिल के दरवाज़े पर

मैने भी दिल के दरवाज़े पर 

चिपका दी है एक चेतावनी ...

फ़ना होने का दम रखना तभी 

भीतर क़दम रखना........!!

@ShayariByArsalan



 मत कर चाहत किसी की 

इज्जत नहीं मिलेगी 

मिल जाएंगे जिस्म कई 

मगर रूह नहीं मिलेगी 


@ShayariByArsalan




वो तो चली गई पर 

मै उसे खो नहीं सकता 

जब याद आ जाती है 

तो ख़ामोश हो जाता 

लड़का हूं ना मै 

रो भी नहीं सकता 

@ShayariByArsalan



 एक बत्तमीज़ सा लड़का 

बड़ा तमीज़ से चाहता था तुम्हे 

@ShayariByArsalan





 तारो के जहां में , मेरा भी मुकाम होगा 

एक दिन शायरों में , मेरा भी नाम होगा 

जब पुकारेंगे लोग मुझे शायर कहकर 

तब जाकर मेरे दिल को आराम होगा 

@ShayariByArsalan





 क्या हसीन तोहफा था 

तेरी गली में आने का 

किसी काम से आए थे 

किसी काम के ना रहे 


@ShayariByArsalan



 वो पहले भौके अब काटने लगे 

कुछ काम पड़ गया मुझसे 

इसलिए अब चाटने लगे 

@ShayariByArsalan





उसकी बेचैनी 

उसकी बातो में,

नजर आती है

आज भी वो 

उसको रातो में,

नजर आती है

@ShayariByArsalan







मुझ में ख़ुशबू बसी उसी की है 

जैसे ये ज़िंदगी उसी की है...

वो कहीं आस-पास है मौजूद

हू-ब-हू ये हँसी उसी की है...

ख़ुद में अपना दुखा रहा हूँ दिल,

इस में लेकिन ख़ुशी उसी की है...

यानी कोई कमी नहीं मुझ में

यानी मुझ में कमी उसी की है..

@ShayariByArsalan






जुबां से जो नहीं कह सकते 

वही बात लिखते हैं ..

हमें महसूस कर लेना

जज्बात लिखते हैं ..

हमे शायर भला क्यू 

समझते हो तुम ..... 

तुम्हारी याद आती है 

ख्यालात लिखते हैं ...

@ShayariByArsalan




 मेरे अंदर ही मर जाना ऐ मोहब्बत 

ये दूनिया दर्द का दूसरा नाम है......

ShayariByArsalan

Monday, April 27, 2020

हमारी बारी आई तो स्याही ही ख़त्म हो गई!

लिखी है खुदा ने मोहब्बत सबकी तक़दीर में, हमारी बारी आई तो स्याही ही ख़त्म हो गई!!




जुल्म के सारे हुनर हम पर यूँ आजमाये गये, जुल्म भी सहा हमने, और जालिम भी कहलाये गये!!





दुनिया फ़रेब करके हुनरमंद हो गई… हम ऐतबार करके गुनाहगार हो गए…




कैसे दूर करूँ ये उदासी, बता दे कोई, लगा के सीने से काश, रुला दे कोई।






शुक्र करो कि हम दर्द सहते हैं, लिखते नहीं। वरना कागजों पर लफ़्ज़ों के जनाज़े उठते।







हम तो नरम पत्तों की शाख़ हुआ करते थे

हम तो नरम पत्तों की शाख़ हुआ करते थे, छीले इतने गए कि “खंज़र ” हो गए…



खता उनकी भी नहीं है वो क्या करते, हजारों चाहने वाले थे किस-किस से वफ़ा करते।




कत्ल हुआ हमारा इस तरह किस्तों में, कभी खंजर बदल गए, कभी कातिल बदल गए।



रहता तो नशा तेरी यादों का ही है, कोई पूछे तो कह देता हूँ पी राखी है।




दर्द मुझको ढूंढ लेता है, रोज नए बहाने से, वो हो गया वाकिफ़, मेरे हर ठिकाने से।





मैं तो रह लूंगा तुझसे बिछड़ कर तन्हा भी, बस दिल का सोचता हूँ, कहीं धडकना न छोड़ दे!!





कभी फुर्सत मिले तो सोचना जरूर, एक लापरवाह लड़का क्यों तेरी परवाह करता था…





छोड़कर अपनी यादों की निशानियां मेरे दिल में, वो भी चले गये वक्त की तरह।






टूट कर चाहना और फिर टूट जाना, बात छोटी है मगर जान निकल जाती है।






मौहब्बत की मिसाल में बस इतना ही कहूँगा… बेमिसाल सज़ा है, किसी बेगुनाह के लिए!!





कल रात का आलम इस कदर था यारो, उसकी यादों ने मेरी आँखो को सोने ना दिया!!







बहुत मासूम होते है ये आँसू भी, ये गिरते उनके लिए है, जिन्हें परवाह नहीं होती।





मुझे जिस चिराग से प्यार था… मेरा सब कुछ उसी ने जला दिया…






चले जायेंगे एक दिन, तुझे तेरे हाल पर छोड़कर… कदर क्या होती हैं प्यार की, तुझे वक़्त ही सीखा देगा…






माफ़ी चाहता हूँ गुनेहगार हूँ तेरा ऐ दिल, तुझे उसके हवाले किया जिसे तेरी कदर नहीं।








हमे क्या पता था, आसमान इस कदर रो पडेगा, हमने तो बस उसे अपनी दास्तां सुनाई थी!!






शायरी के लिए कुछ ख़ास नहीं चाहिए, एक यार चाहिए और वो भी दगाबाज चाहिए।





लगता है मैं भूल चुका हूँ, मुस्कुराने का हुनर, कोशिश जब भी करता हूँ, आँसू निकल आते हैं..!





मैने माँगा था थोड़ा सा उजाला अपनी जिंदगी में, चाहने वालों ने तो आग ही लगा दी।





ख्वाहिश तो न थी किसी से दिल लगाने की, पर किस्मत में दर्द लिखा हो तो मुहब्बत कैसे ना होती।





किस्मत की किताब तो खूब लिखी थी मेरी खुदा ने, बस वही पन्ना गुम था जिसमें मुहब्बत का जिक्र था।






न जाने कौन सी साजिशों के हम शिकार हुए, जितना साफ दिल रखा उतने ही हम दागदार हुए।







मत पूछ मुझे… क्या गम है! तेरे वादे पे ज़िंदा हूँ, क्या कम है!!







वो सोचती होगी बड़े चैन से सो रहा हूँ मैं, उसे क्या पता ओढ़ के चादर रो रहा हूँ मैं।






निकले हम दुनिया की भीड़ में तो पता चला की… हर वह शख्स अकेला है, जिसने मोहब्बत की है!