Sunday, April 26, 2020

दिल को ज़ख्म दिए

दिल को ज़ख्म दिए ऐसे उसने जिसकी कोई दवा नहीं,
सज़ा मिली हमें उसकी जो हमारी खता नहीं,
फिर भी तड़पता है ये दिल हर पल उसके लिए,
जो तक़दीर में हमारी लिखा नहीं।

Dil ko zakhm diye aise usne jiski koi dawa nahi,
Sajaa mili hume uski jo hamari khataa nahi,
Phir bhi tadapta hai ye dil har pal uske liye,
Jo taqdeer mein hamari likha nahi




बहुत कुछ है इस दिल में उन्हें सुनाने के लिए,
लेकिन वो हैं कि आते ही नहीं हमें मनाने के लिए।

Bahut kuchh hai is dil mein unhe sunaane ke liye
Lekin wo hain ki aate hi nahi humein manaane ke liye…






तुम्हारा पता नहीं लेकिन हमारा मन कभी तैयार नहीं होगा,
एक तुम्हारे सिवा किसी और से अब कभी हमें प्यार नहीं होगा।

Tumhaara pata nahi lekin hamara mann kabhi taiyaar nahi hoga,
Ek tumhaare siwa kisi aur se ab humein pyaar nahi hoga





अपने दर्द को मुस्कुरा कर सहना क्या सीख लिया हमनें,
लोगों को लगने लगा कि हमें दर्द ही नहीं होता…

Apne dard ko muskuraa kar sehnaa kya seekh liya humne,
Logo ko lagne laga ki hume dard hi nahi hotaa…






तुम्हारे लिए मिट जाने का हौंसला रखते थे,
लेकिन तुम ही मिटा दोगे यह नहीं जानते थे।

Tumhaare liye mit jaane ka haunsla rakhte the,
Lekin tum hi mita doge yeh nahi jaante the






बस इतना बता दो हमें, इंतज़ार करें आपका या बदल बदल जाएँ हम आपकी तरह

Bus itna bataa do humein, intezaar karein aapka ya badal jaayein hum aapki tarah…





अकेले ही गुज़ारनी पड़ती है यह तनहा ज़िन्दगी, हौंसला तो सब देते हैं लेकिन साथ कोई नहीं देता।

Akele hi gujaarni padhti hai yah tanhaa zindagi, haunsla to sab dete hain lekin saath koi nahi deta






बहुत ही दर्द देते हैं वो ज़ख्म, जिनके हम हक़दार नहीं

Bahoot hi dard dete hain wo zakhm, jinke hum haqdaar nahi…




रोक लेते तुम्हे हम अगर हक़ थोड़ा भी तुम पर हमारा होता,
ना काट रहे होते यूं रो-रोकर ज़िन्दगी अपनी,
अगर इस दिल में हमारे तुम्हारे अलावा कोई और होता

Rok lete tumhe hum agar haq thoda bhi tum par hamaara hota,
Naa kaat rahe hote yoon ro-ro kar zindagi apni,
Agar is dil mein hamaare tumhaare alawa koi aur hota





आप तो अक्सर कहते थे कि हर शाम हाल हमारा पूछोगे,
बस इतना बता दो कि बदल आप गए हो या आपके यहाँ शाम नहीं होती….

Aap to aksar kehte the ki har shaam haal hamaara poochhoge,
Bus itna bata do ki badal aap gaye ho ya aapke yahan shaam nahi hoti…





क्या दुआ मांगू कि वो लौट आएं मेरे पास,
क्या वो नहीं जानते कि उनके अलावा कुछ और नहीं मेरी ज़िन्दगी में।

Kya dua maangoo ki wo laut aayein mere paas,
Kya wo nahi jaante ki unke alawa kuchh aur nahi meri zindagi mein…






मंज़िल भी उनकी थी और रास्ता भी उनका था, बस एक हम ही तनहा थे और सारा जहां उनका था,
साथ ज़िन्दगी बिताने का ख्वाब तो हम लेकर चले लेकिन रास्ता बदलने का ख्याल उनका था…

Manzil bhi unki thi aur raasta bhi unka tha, bus ek hum hi tanhaa the aur saara jahaan unka tha,
Saath zindagi bitaane ka khwaab to hum lekar chale lekin raasta badalne ka khyaal unka tha





टूट गया ये दिल में जब वो ख़फ़ा हो गए,
महसूस तब हुआ जब वो जुदा हो गए,
करके वफ़ा तो मुझे कुछ ना दे पाये वो,
लेकिन दर्द बहुत दे गए जब वो बेवफा हो गए।

Toot gaya ye dil jab wo khafaa ho gaye,
Mehsoos tab hua jab wo judaa ho gaye,
Karke wafaa to wo mujhe kuchh naa de paaye wo,
Lekin dard bahut de gaye jab wo bewafaa ho gaye…





आज अकेले हैं तो क्या हो गया,
कभी कोई हमारा भी अपना हुआ करता था,
कुछ समय पहले

Aaj akele hain to kya ho gaya,
Kabhi koi hamaara bhi apna hua karta tha,
Kuchh samay pehle…





आदत ही बदल दी हमने,
अपने वक़्त को काटने की,
कि अब दिल ही कोशिश नहीं करता,
किसी से भी अपना दर्द बांटने की।

Aadat hi badal di humne,
Apne waqt ko kaatne ki,
Ki ab dil hi nahi koshish nahi karta,
Kisi se bhi apna dard baantne ki…



Monday, April 13, 2020

धुए ने तेरी तस्वीर बना डाली











Disha Teri Nafrat Mein Wo Dam Nahi Jo Meri Chahat Ko Mita De
Ye Mohabbat Hai Koi Khel Nahi Jo Aaj Hans Ke Khela Aur Kal Ro Ke bhula de


सिगरेट जलाई थी तेरी याद भुलाने को
मगर कम्बख्त धुए ने तेरी तस्वीर बना डाली




Bewaqt, Bewahaj, Behisaab Muskura Deta Hun
Aadhe Dushmano Ko Toh Yun Hi Haraa Deta Hun
Wo Sath Thi To Mano Jannat Thi Zindgi
Ab To Har Saans Zinda Rahne Ki Vajah Puchti Hai





Bhulkar Hamein Agar Tum Rehte Ho Salamat
Toh BhulKe Tumko Sambhlna Humein Bhi Aata Hai
Meri Fitrat Mein Yeh Aadat Nahi Hai Varna
Teri Tarah Badal Jana Humein Bhi Aata Hai




खुश रहने का मतलब यह नहीं कि सब कुछ ठीक है
इसका मतलब यह है कि आपने अपने दुखों से ऊपर उठ कर जीना सीख लिया है





Dikhai Kab Diya Karate Hain Buniyaad Ke Patthar Zamin Mein
Jo Dab Gaye Imaarat Unhin Pe Qaayam Hai






Sunday, April 12, 2020

“कितना बुरा लगता है,

“कितना बुरा लगता है, जब बादल हो और बारिश ना हो, जब आंखे हो और ख़्वाब ना हो, जब कोई अपना हो और कोई पास ना हो।”


“ज़िन्दगी में सबसे ज्यादा दुख दिल टूटने पर नही भरोसा टूटने पर होता है, क्योंकि हम किसी पर भरोसा कर के ही दिल लगाते है।”



“किसी ने पूछा इतना अच्छा कैसे लिख लेते हो, मैंने कहा दिल तोड़ना पड़ता है, लफ़्ज़ों को जोड़ने से पहले”



“तेरी मोहब्बत को कभी खेल नहीं समझा, वरना खेल तो इतने खेले है मैंने कि कभी भी हारा नहीं”



“कुछ गैर मुझे ऐसे मिले जो मुझे अपना बना गए और कुछ अपने ऐसे मिले जो मुझे गैर का मतलब बता गए।”




कैसे मिलेंगे हमें चाहने वाले बताइये,
दुनिया खड़ी है राह में दीवार की तरह,
वो बेवफ़ाई करके भी शर्मिंदा ना हुए,
सजाएं मिली हमें गुनहगार की तरह।



अगर कुछ सीखना है तो खामोशी को पढ़ना सीख लो..वरना लफ़्ज़ों के मतलब तो हजारों निकलते है।





भूलकर हमें अगर तुम रहते हो सलामत, 
तो भूलके तुमको संभालना हमें भी आता है,
मेरी फ़ितरत में ये आदत नहीं है वरना, 
तेरी तरह बदल जाना मुझे भी आता है।



बेवफाई उसकी दिल से मिटा के आया हूँ,
ख़त भी उसके पानी में बहा के आया हूँ,
कोई पढ़ न ले उस बेवफा की यादों को,
इसलिए पानी में भी आग लगा कर आया हूँ।





मेरी चाहत ने उसे खुशी दे दी..बदले में उसने मुझे सिर्फ खामोशी दे दी..खुदा से दुआ मांगी मरने की..लेकिन उसने भी तड़पने के लिए ज़िन्दगी दे दी।





उसकी मोहब्बत का सिलसिला भी क्या अजीब था, अपना भी नही बनाया और किसी और का भी ना होने दिया।





तेरे प्यार का सिला हर हाल में देंगे,
खुदा भी मांगे ये दिल तो टाल देंगे,
अगर दिल ने कहा तुम बेवफ़ा हो,
तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे।




यू ना कहो के ये किस्मत की बात है…मुझे बर्बाद करने में तुम्हारा भी हाथ है।




हमने मुहब्बत के नशे में आकर उसे खुदा बना डाला..होश तब आया जब उसने कहा खुदा किसी एक का नही होता।





इश्क हमें जीना सिखा देता है,
वफा के नाम पर मरना सिखा देता है।
इश्क नहीं किया तो करके देखो जालिम,
हर दर्द सहना सीखा देता है।।




जिस दिन आप ज़मीन पर आए..वो आसमान भी खूब रोया था, आखिर उसके आंसू थमते भी कैसे उसने हमारे लिये अपना सबसे प्यारा सितारा खोया था।





कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी,
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने,
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी।




कैसे बुरा कह दूँ तेरी बेवफाई को, यही तो है जिसने मुझे मशहूर किया है.






टूटे हुए दिल ने भी उसके लिए दुआ मांगी,
मेरी साँसों ने हर पल उसकी ख़ुशी मांगी,
न जाने कैसी दिल्लगी थी उस बेवफा से,
कि मैंने आखिरी ख्वाहिश में भी उसकी वफ़ा मांगी।





वक़्त के साथ सब कुछ बदल जाता है…लोग भी, रिश्ते भी, एहसास भी और कभी कभी हम खुद भी।



मोहब्बत के भी कुछ अंदाज़ होते हैं,
जगती आँखों के भी कुछ ख्वाब होते हैं,
जरुरी नहीं के ग़म में आँसू ही निकले,
मुस्कुराती आँखों में भी शैलाब होते हैं।



कल रात को खोल कर देखी यादो की किताब..रो पड़े की क्या क्या खोया है हमने ऐ ज़िंदगी।





मुझे इश्क है बस तुमसे नाम बेवफा मत देना,
गैर जान कर मुझे इल्जाम बेवजह मत देना,
जो दिया है तुमने वो दर्द हम सह लेंगे मगर,
किसी और को अपने प्यार की सजा मत देना ।।





काश कोई इस तरह वाकिफ हो मेरी ज़िन्दगी से कि में  रोऊँ और वो मेरे आँसू पढ़ ले।





दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता;
रोता है दिल जब वो पास नहीं होता;
बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में;
और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता





दुनियां बहुत मतलबी है, साथ कोई क्यों देगा, मुफ़्त का यहाँ कफन नही मिलता, तो बिना गम के प्यार कौन देगा।



अगर कोई आप पर आँख बंद करके भरोसा करे, तो आप उसका भरोसा तोड़ कर ये अहसास मत करवाओ कि वो अंधा है।





दिल में हर राज़ दबा कर रखते है,
होंटो पर मुस्कुराहट सजाकर रखते है,
ये दुनिया सिर्फ खुशी में साथ देती है,
इसलिए हम अपने आँसुओ को छुपा कर रखते है।






कौन कहता है कि मुसाफिर ज़ख्मी नही होते, रास्ते गवाह है, बस कमबख्त गवाही नही देते।





बहुत खुशनसीब होते है वो लोग, जिनका प्यार उनकी कदर भी करता है और इज़्ज़त भी।




हँसी ने लबों पे थिरकना छोड़ दिया है,
ख्वाबों ने पलकों पे आना छोड़ दिया है,
नही आती अब तो हिचकियाँ भी,
शायद आप ने भी याद करना छोड़ दिया है.




“शक करने से शक बढ़ता है, भरोसा करने से भरोसा बढ़ता है, ये आपकी इच्छा है कि आप किस तरफ बढ़ना चाहते हो।”









Saturday, April 11, 2020

आँसू बने लफ़ज़

पाने से खोने का मज़ा कुछ और है
बंद आँखों से सोने का मज़ा कुछ और है
आँसू बने लफ़ज़ और लफ़ज़ बनी जुबा
इस ग़ज़ल में किसी के होने का मज़ा कुछ और है




सांसो का पिंजरा किसी दिन टूट जायेगा
ये मुसाफिर किसी राह में छूट जायेगा
अभी जिन्दा हु तो बात क्र लिया करो ।
क्याब पता कब हम से खुदा रूठ जायेगा ||



Dil tadpata hai to tadpane do,

Thoda dard ka use bhi ahsas do,

Pyar badh jayga milan ki chahat aur badegi,

Sath dene se pahle thoda intezar karne do.





कभी रूत ना जाना मुझे मनाना नहीं आता
कभी दूर ना जाना मुझे पास बुलाना नहीं आता
अगर तुम भूल जाओ तो वो तुम्हारी मर्जी
हमें तो भूल जाना भी नहीं आता ||






Tujhse  umeed  hai jana kabhi mujhse kafa na hona,

Har khushi mein sath dena na kabhi mujhse kafa hona,

Aaj mujhe ati hai teri har jazbaaton se pyar,

Ab kabhi dur na hona jo padeh halat pe mujhe rona.



बनके अजनबी मिले

बनके अजनबी मिले है ज़िंदगी के सफर में
इन यादों को हम मिटायेंगे नहीं
अगर याद करना फितरत है आपकी
तो वादा है हम भी आपको भुलायेंगे नहीं ।।




दर्द बन कर दिल में छुपा कौन है
रह रह कर इसमें चुभता कौन है
एक तरफ दिल है और एक तरफ आइना
देखते है इस बार पहले टूटता कौन है ।।




पत्ते गिर सकते है पर पेड़ नहीं
सूरज दुब सकता है पर आसमान नहीं
धरती सुख सकती है पर सागर नहीं
तुम्हे दुनिया भूल सकती है पर Sahil नहीं ।।




चाहा ना उसने मुझे बस देखता रहा
मेरी ज़िंदगी से वो इस तरह खेलता रहा
ना उतरा कभी मेरी ज़िंदगी की झील में
बस किनारे पर बैठा पथर फेंकता रहा ।।




 

 मेरी दोस्ती की कहानी आपसे है
इन साँसों की रवानी आपसे है
ऐ दोस्त मुझे कभी बुला ना देना
इस दोस्त ली ज़िंदगानी आपसे है ।।




जख़्म इतना गहरा हैं

जख़्म इतना गहरा हैं इज़हार क्या करें।
हम ख़ुद निशां बन गये ओरो का क्या करें।
मर गए हम मगर खुली रही आँखे हमरी।
क्योंकि हमारी आँखों को उनका इंतेज़ार हैं।

Jakhm Itna Gehra Hai Izhaar Kya Kare.

Ham Khud Nishan Ban Gy Oro Ka Kya Kare.

Mar Gy Ham Magar Khuli Rahi Akhein.

Kyuki Hamari Akhon Ko Unka Intezar Hai.



वो बात क्या करें जिसकी कोई खबर ना हो।
वो दुआ क्या करें जिसका कोई असर ना हो।
कैसे कह दे कि लग जाय हमारी उमर आपको।
क्या पता अगले पल हमारी उमर ना हो।

Wo Baat Kya Kare Jiski Koi Khabar Na Ho.

Wo Dua Kya Kare Jiska Koi Asar Na Ho.

Kese Keh De Ki Lag Jay Hamari Umar Apko.

Kya pta Agle Pal Hamari Umer Na Ho.




मोहब्बत मुकद्दर है कोई ख़्वाब नही।
ये वो अदा है जिसमें हर कोई कामयाब नही।
जिन्हें मिलती मंज़िल उंगलियों पे वो खुश है।
मगर जो पागल हुए उनका कोई हिसाब नही।

Mohabbat Mukaddar Hai Koi Khwab Nahi.

Ye Wo Ada Hai Jisme Har Koi Kamyab Nahi

Jise Milti Manzil Ungliyo Pe Wo Khush Hai.

Magar Jo Pagal Hue Unka Koi Hisab Nahi.







दर्द को दर्द अब होने लगा है।
दर्द अपने गम पे खुद रोने लगा है।
अब हमें दर्द से दर्द नही लगेगा।
क्योंकि दर्द हमको छू कर खुद सोने लगा है।

Dard Ko Dard Ab Hone Laga Hai.

Dard Apne Gam Pe Khud Rone Lga Hai.

Ab Hame Dard Se Dard Nahi Lagega.

Kyuki Dard Hame Chhu Kar Khud Sone Laga Hai.





दिल मे आरज़ू के दिये जलते रहेगे।
आँखों से मोती निकलते रहेगे।
तुम शमा बन कर दिल में रोशनी करो।
हम मोम की तरह पिघलते रहेंगे।

Dil Mai Arzu Ke Diye Jalte Rahege.

Akho Se Moti Nikalte Rahege.

Tum shama Ban Kar Dil Me Roshni Karo.

Ham Mom Ki Tarah Pighalte Rahege.





सामने मंजिल तो रास्ते ना मोड़ना ।
जो मन मे हो वो ख़्वाब ना तोड़ना ।
हर कदम पर मिलेगी सफ़लता ।
बस आसमान छूने के लिए जमीन ना छोड़ना ।

Samne Manzil To Raste Na Modna.

Jo Man Me Ho Wo Khwab Na Todna.

Har Kadam Par Milegi Safalta.

Bas Aasman Chhune Ke Liye Zameen Na Chhodna.





प्यार में मौत से डरता कोन है ।
प्यार हो जाता है करता कोन है।
आप जैसे यार पर हम तो क्या सारी दुनियां फिदा है।
लेकिन हमारी तरह आप पर मरता कौन है।

Pyar Mai Mot Se Darta Kon Hai.

Pyar Ho Jata Hai Karta Kon Hai.

Aap Jese Yaar Par Ham To Kya Sari Duniya Fida Hai.

Lekin Hamari Tarah Aap Par Marta Kon Hai.






चेहरे पर हँसी छा जाती है।
आँखों में सुरूर आ जाता है।
जब तुम मुझे अपना कहते हो।
अपने आप पर ग़ुरूर आ जाता है।

Chehre Par Hasi Chha Jati Hai.

Akhon Mai Surur Aa Jata Hai.

Jab Tum Mujhe Apna Kehte Ho.

Apne Aap Par Gurur Aa Jata Hai




उदास नज़रो में ख़्वाब मिलेंगे।
कभी काटे तो कभी गुलाब मिलेंगे।
मेरे दिल की किताब को मेरी नज़रो से पढ़ कर तो देखो।
कही आपकी यादे तो कही आप मिलेंगे ।

Udaas Nazro Mai Khwab Milege.

Kabhi Kaaten To Kabhi Gulaab Milege.

Mere Dil Ki Kitaab Ko Meri Nazro Se Padh Kar To Dekho

Kahi Apko Yade To Kahi Aap Milege





हमारे बिन अधूरे तुम रहोगे।
कभी चाहा किसी ने खुद तुम कहोगे।
हम ना होंगे तो ये आलम ना होगा।
मिलेंगे बहुत से पर हम सा कोई पगल ना होगा ।

Hamare Bina Adhure Tum Rahoge.

Kabhi Chaha Kisi Ne Khud Tum Kahoge.

Ham Na Hoge To Ye Alam Na Hoga.

Milege Bhut Se Magar Ham Sa Koi Pagal Na Hoga.





ना समझो कि हम आपको भुला सकेंगे।
आप नही जानते की दिल मे छुपा कर रखेंगे।
देख ना ले आपको कोई हमारी आँखों मे दूर से।
इसी लिए हम पालखे झुका के रखेंगे।

Na Samjho Ki Ham Apko Bhula Sakege.

Aap Nahi Jante Ki Dil Me Chhupa Kar Rakhege.

Dekh Na Le Apko Koi Hamari Akhon Mai Door Se.

Isi Liye Ham Palkhe Jhuka Ke Rakhege.