Saturday, April 11, 2020

आँसू बने लफ़ज़

पाने से खोने का मज़ा कुछ और है
बंद आँखों से सोने का मज़ा कुछ और है
आँसू बने लफ़ज़ और लफ़ज़ बनी जुबा
इस ग़ज़ल में किसी के होने का मज़ा कुछ और है




सांसो का पिंजरा किसी दिन टूट जायेगा
ये मुसाफिर किसी राह में छूट जायेगा
अभी जिन्दा हु तो बात क्र लिया करो ।
क्याब पता कब हम से खुदा रूठ जायेगा ||



Dil tadpata hai to tadpane do,

Thoda dard ka use bhi ahsas do,

Pyar badh jayga milan ki chahat aur badegi,

Sath dene se pahle thoda intezar karne do.





कभी रूत ना जाना मुझे मनाना नहीं आता
कभी दूर ना जाना मुझे पास बुलाना नहीं आता
अगर तुम भूल जाओ तो वो तुम्हारी मर्जी
हमें तो भूल जाना भी नहीं आता ||






Tujhse  umeed  hai jana kabhi mujhse kafa na hona,

Har khushi mein sath dena na kabhi mujhse kafa hona,

Aaj mujhe ati hai teri har jazbaaton se pyar,

Ab kabhi dur na hona jo padeh halat pe mujhe rona.



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