Saturday, July 10, 2021

फूल तुम्हारी फितरत तो बस खिलना थी

फूल तुम्हारी फितरत तो बस खिलना थी

सच बताओ
ये महकने का हुनर तुमने कहाँ से सीखा 
@ShayariByArsalan








बेंच दूँ क्या सारी परेशानियों को ?

मौत अच्छा दाम दे रही हैं !!
@ShayariByArsalan









❣निगाह- ए- इश्क का अजीब ही शौक देखा ..

❣तुम ही को देखा और बेपनाह देखा ..
@ShayariByArsalan










बङे शौकीन थे हम कभी मुस्कान रखने के...

तुमसे मिलकर बिछङे जैसे लबों की रौनक गायब हो गयी..।।
@ShayariByArsalan









बेजुबा महफिल में शोर होने लगा ..!
ना जाने कौन पढ गया खामोशी मेरी..!!

@ShayariByArsalan








ये तेरे होंठ हैं या, कि कलियॉ गुलाब की

हाथों से जाम छूट गऐ, इन्हें देखने के साथ!!
@ShayariByArsalan









किसी को दाग समेत अपना सको 

तो ही उसे अपना चांद बुलाना

@ShayariByArsalan








तेरा ये रूठ जाना क्यों..

फिर मुझे तडपना क्यों..

तुम तो चले गए थे

मुझे छोड़कर

फिर तुम्हारा लौट आना क्यों.

@ShayariByArsalan










“हम तो फिर भी शायर हुऐ...इश्क़ हार के,

हमने तो सुना है लोग पागल भी हो जाते हैं।”

@ShayariByArsalan






खुद को किसी की अमानत समझकर,,,


      हर लम्हा वफ़ादार रहना ही "प्रेम' है

@ShayariByArsalan