Saturday, April 11, 2020

Pukara Nahi Usey

सोचा था तड़पायेंगे हम उन्हें,
किसी और का नाम लेके जलायेगें उन्हें,
फिर सोचा मैंने उन्हें तड़पाके दर्द मुझको ही होगा,
तो फिर भला किस तरह सताए हम उन्हें।

Ek Najar Bhi Dekhna Ganwaara Nahi Usey,
Jara Sa Bhi Ehsaas Hamaara Nahi Usey,
Wo Sahil Se Dekhte Rahe Doobna Hamara,
Hum Bhi Khuddar They Pukara Nahi Usey.


एक नजर भी देखना गंवारा नहीं उसे,
जरा सा भी एहसास हमारा नहीं उसे,
वो साहिल से देखते रहे डूबना हमारा,
हम भी खुद्दार थे पुकारा नहीं उसे।




Kaash Wo Samjhte Iss Dil Ki Tadap Ko,
Toh Humein Yoon Ruswa Na Kiya Jata,
Yeh Berukhi Bhi Unki Manzoor Thi Humein,
Bas Ek Baar Humein Samajh Toh Liya Hota.
काश वो समझते इस दिल की तड़प को,
तो हमें यूँ रुसवा न किया जाता,
यह बेरुखी भी उनकी मंज़ूर थी हमें,
बस एक बार हमें समझ तो लिया होता।



Khud Ko Kuchh Iss Kadar Tabaah Kiya,
Ishq Kiya Ek KhoobSurat Gunaah Kiya,
Jab Mohabbat Mein Na The Tab Khush The Hum,
Dil Ka Sauda Humne BeWajah Kiya.


खुद को कुछ इस कदर तबाह किया,
इश्क़ किया एक खूबसूरत गुनाह किया,
जब मोहब्बत में न थे तब खुश थे हम,
दिल का सौदा हमने बेवजह किया।







Sapno Se Dil Lagane Ki Aadat Nahi Rahi,
Har Waqt Muskurane Ki Aadat Nahi Rahi,
Ye Soch Ke Ki Koi Manaane Nahi Aayega.
Hum Ko Rooth Jaane Ki Aadat Nahi Rahi.



सपनों से दिल लगाने की आदत नहीं रही,
हर वक्त मुस्कुराने की आदत नहीं रही,
ये सोच के कि कोई मनाने नहीं आएगा,
हम को रूठ जाने की आदत नहीं रही।




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