Ai Mere Naseeb Tu Beech Mein Dakhal-Andaji Mat Kar.
ये मेरी महोब्बत और उसकी नफरत का मामला है,
ऐ मेरे नसीब तू बीच में दखल-अंदाज़ी मत कर।
ऐ मेरे नसीब तू बीच में दखल-अंदाज़ी मत कर।
Na Jane Kis Baat Pe Wo Naraj Hain Hamse,
Khwabon Me Bhi Milta Hoon To Baat Nahi Karti.
Khwabon Me Bhi Milta Hoon To Baat Nahi Karti.
ना जाने किस बात पे वो नाराज हैं हमसे,
ख्वाबों मे भी मिलता हूँ तो बात नही करती।
ख्वाबों मे भी मिलता हूँ तो बात नही करती।
Jo Kaha Karte The Kabhi Tumhe Na Bhool Payenge,
Mile Jo Kal To Bole... Lagta Hai Kah Dekha Hai.
Mile Jo Kal To Bole... Lagta Hai Kah Dekha Hai.
जो कहा करते थे कभी तुम्हे ना भूल पायेंगे,
मिले जो कल तो बोले लगता है कही देखा है।
मिले जो कल तो बोले लगता है कही देखा है।
Suna Hai Wo Mujhe Bhool Chuki Hai,
Aur To Kuchh Nahin Bas, Usaki Himmat Ki Daad Deta Hoon.
Aur To Kuchh Nahin Bas, Usaki Himmat Ki Daad Deta Hoon.
सुना है वो मुझे भुल चुकी है,
और तो कुछ नहीं बस, उसकी हिंम्मत की दाद देता हूँ।
और तो कुछ नहीं बस, उसकी हिंम्मत की दाद देता हूँ।
Meri Shayari Ko Log Itni Siddat Se Padhte Hain,
Jaise In Sabne Bhi Kisi Ajnabi Se Mohabbat Ki Ho.
Jaise In Sabne Bhi Kisi Ajnabi Se Mohabbat Ki Ho.
मेरी शायरी को लोग इतनी सिद्दत से पढते हैं,
जैसे इन सबने भी किसी अजनबी से मोहब्बत की हो।
जैसे इन सबने भी किसी अजनबी से मोहब्बत की हो।
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